
बोलबा:- बोलबा प्रखण्ड मुख्यालय में प्रकृति पर्व सरहुल धूमधाम से मनाया गया।इस मौके पर प्रखण्ड के सभी पाहन के द्वारा बोलबा शंख नदी तट पर पाट सरना में पूजा अर्चना के बाद बोलबा बाजार टाँड़ से शोभा यात्रा निकाला गया।इस मौके पर ढोल -नगाड़े एवं मांदर की थाप पर लोग झूमते नाचते थाना परिसर तक पहुंचे।इसके बाद पुनः बाजार पहुंचकर शोभायात्रा विसर्जन किया गया।समसेरा पंचायत के मुखिया सुरजन बड़ाईक ने कहा कि प्रकृति पर्व सरहुल हमलोग सभी मिलजुलकर मनाते हैं।यह पर्व प्रकृति से जुड़ा हुआ है । हमलोग सखुआ वृक्ष, नदी, चाँद- सूरज, धरती माता की पूजा करते है । यह पर्व सीधे प्रकृति से जुड़ा हुआ है कोई माध्यम की जरूरत नही है।पाहन समिति के सचिव देवेंद्र भगत ने बताया कि सरहुल दो शब्दों से बना है सर अर्थात सरई यानी सखुआ तथा हुल अर्थात क्रान्ति यानी फूलों की क्रांति । नए वर्ष के साथ धूमधाम से सरहुल मनाया गया।इस मौके पर बोलबा थाना के एस0 आई0 सोनू पाठक, ए0एस0आई0 सुनील टोपनो के साथ पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौजूद थे । कुंदुर मुण्डा, अवगा एवं किलेसेरा के नृत्य मण्डली भाग लिए । इस मौके पर मोतीराम सेनापति, देवेंद्र भगत, भगवान पाहन, तिलकु खड़िया, चंदन सिंह, नवीन कूल्लु, भूषण तिर्की, रजिंता बाड़ा, अंजू खलखो, एवं अन्य लोग मौजूद थे ।